पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को कोर्ट से बड़ी राहत, इस मामले में हुए बरी
Gayatri Prajapati Case
सुल्तानपुर: Gayatri Prajapati Case: समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति(Gayatri Prasad Prajapati) को MP/MLA कोर्ट से शुक्रवार को बड़ी राहत मिली है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गायत्री प्रजापति चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में 10 साल पुराने केस में आरोपी थे. जिस पर उनके खिलाफ सबूत ना मिलने पर बरी कर दिया गया है. गौरतलब है कि, गायत्री प्रजापति लखनऊ की जेल में बंद है. यहां सुल्तानपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में गायत्री प्रजापति कड़ी सुरक्षा में पेश किया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुल्तानपुर में एमपी/एमएलए की स्पेशल कोर्ट(Special Court of MP/MLA) के जज ने ये फैसला सुनाया है. यहां एमपी /एमएलए कोर्ट ने लखनऊ जेल में बंद चल रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को बुलाया गया था. इस दौरान पूर्व मंत्री और उनके एडवोकेट ने कोर्ट के इस फैसले पर खुशी जताई है. जबकि, लोक अभियोजक ने इस केस को ऊपरी अदालत में चुनौती देने के लिए कहा है. हालांकि, इस फैसले के दौरान गायत्री प्रजापति कोर्ट में ही मौजूद थे.
राजनीतिक दबाव के चलते FIR हुई थी दर्ज- गायत्री प्रजापति (FIR was registered due to political pressure – Gayatri Prajapati)
वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति का कहना है कि इस केस को राजनीतिक दबाव के चलते एफआईआर दर्ज कराई गया है. इस दौरान उनके समर्थक वहां पर मौजूद थे. हालांकि, कोर्ट के फैसलें के बाद गायत्री प्रजापति को वापिस लखनऊ जेल भेज दिया गया है.
क्या है मामला? (What is the matter?)
बता दें कि, समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति बीते 28 फरवरी 2012 को अपने चुनाव के नामांकन में शामिल होने के लिए बिना परमिशन के हजारों समर्थकों के साथ जुलूस निकाला था. जहां पर उनके खिलाफ प्रदर्शन करने का भी आरोप लगा था. जिसको लेकर अमेठी के तत्कालीन थाना प्रभारी ने एफआईआर दर्ज कराया था. जिसको लेकर आज फैसला आया है. यहां सरकारी पक्ष की ओर से सबूत ना मिलने के चलते गायत्री प्रजापति को कोर्ट से रिहा कर दिया गया है.
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